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Upsarg in Hindi – उपसर्ग के भेद, अर्थ एवं उदाहरण (Examples)

Meaning of Upsarg In Hindi Vyakaran

इस लेख में हम आपको उपसर्ग के बारे में बता रहे हैं। यह लेख प्रतियोगी परीक्षाओं को ध्यान में रखकर लिखा गया है। अतः लेख को पूरा पढ़िए और उपसर्ग के बारे में अपनी समझ का विस्तार कीजिए।

Upsarg

upsarg kise kahate hain – उपसर्ग की परिभाषा

उपसर्ग – वे शब्दांश, जो किसी शब्द के पूर्व में जुड़कर उसके अर्थ को प्रभावित कर देते हैं उन्हें उपसर्ग कहते हैं। उपसर्ग शब्द ‘उप’ उपसर्ग एवं ‘सर्ग’ शब्द के संयोग से बना है। हिंदी में 22 उपसर्ग हैं। 

उपसर्ग, किसी शब्द के अर्थ को बदल कर, नया शब्द बना कर या मूल शब्द के अर्थ में विशेषता पैदा करके उसके अर्थ को प्रभावित करते हैं। उपसर्ग का अपना कोई स्वतंत्र अर्थ नहीं होता है। जैसे:-

  • अ + सुंदर = असुंदर (मूल शब्द का अर्थ बदल दिया)
  • अति + सुंदर = अतिसुंदर (मूल शब्द के अर्थ में विशेषता ला दी)
  • आ + हार = आहार (नया शब्द बना दिया)

किसी शब्द की तरह उपसर्ग का अपना कोई अर्थ नहीं होता, लेकिन प्रत्येक उपसर्ग एक विशेष अर्थ के लिए प्रयुक्त किया जाता है। जैसे- ‘अ’ उपसर्ग का प्रयोग हम ‘नहीं’ के अर्थ में करते हैं, लेकिन किसी वाक्य में ‘नहीं’ की जगह हम ‘अ’ का प्रयोग नहीं कर सकते

उपसर्ग के उदाहरण (upsarg examples)

उपसर्ग + शब्द/धातुनया शब्द अर्थ परिवर्तन
वि + हार विहार भ्रमण
उप + हार उपहार भेंट
सम् + हार संहार मारना
प्र + हार प्रहार चोट
आ + हार आहार भोजन
परि + हार परिहार त्यागना
प्रति + हार प्रतिहार द्वारपाल
वि + अव + हार व्यवहार आचरण
Upsarg Ke Udahran (Upsarg In Hindi Examples)

उपसर्ग के विशेष तथ्य

  • उपसर्ग कभी भी अविकारी शब्दों के साथ नहीं जुड़ते। उपसर्ग वाले शब्द सदैव विकारी शब्द होते है।
  • संस्कृत भाषा के उपसर्ग सदैव तत्सम शब्दों के साथ, हिंदी भाषा के उपसर्ग सदैव हिंदी भाषा के शब्दों के साथ तथा विदेशी भाषा के उपसर्ग सदैव विदेशी भाषा के शब्दों के साथ ही प्रयुक्त होते हैं।
  • किसी शब्द की तरह उपसर्ग का प्रयोग स्वतंत्र नहीं किया जा सकता।
  • उपसर्ग अव्यय स्वरूप होते हैं और बनने वाले नए शब्द भी अव्यय स्वरूप ही होते हैं।
  • उपसर्ग के योग से संधि पद एवं सामासिक पद बनाए जा सकते हैं।

यह भी पढ़ें :-


उपसर्ग के प्रकार

  • हिंदी भाषा के उपसर्ग
  • संस्कृत भाषा के उपसर्ग
  • संस्कृत भाषा के अन्य उपसर्ग
  • विदेशी भाषा के उपसर्ग

Hindi के 22 उपसर्ग (Hindi Upsarg Ke Udaahran)

हिंदी में मानक रूप में 22 उपसर्ग होते हैं। हिंदी के सर्वाधिक प्रचलित उपसर्ग, उनके अर्थ एवं उदाहरण निम्नलिखित हैं।

क्र.हिंदी उपसर्ग का नाम हिंदी उपसर्ग का अर्थ हिंदी उपसर्ग के उदाहरण
1.सम- बराबरसमतल, समदर्शी, समकोण, समकक्ष, समबाहु, समकालीन.
2.अन-बिना, नहीं अनपढ़, अनदेखा, अनसुना, अनजान, अनमोल, अनहोनी, अनमेल.
3.अध- आधाअधमरा, अधकचरा, अधजला, अधपका, अधसीजा, अधगला, अधखिला, अधनंगा.
4.उ- ऊँचाउजड़ना, उचक्का.
5.उन-एक कमउन्नीस, उनतीस, उनतालीस, उनचास, उनसठ, उनहत्तर.
6.औ-बुरा, नीचेऔगुण, औसर, औतार, औचक, औघड़.
7.बुरा कपूत
8.नाना- विभिननानाप्रकार, नानारूप
9.कु बुरा कुरूप, कुपुत्र
10.आप- स्वयंआपकाज, आपसुनी
11.स-अच्छासपूत
12.पच- पाँच पचरंगा, पचमेल, पचमणी, पचरंगी,.
13.बिन-निषेध, अभावबिनखाया, बिनजाया, बिनबोया, बिनबुलाया.
14.भर-पूरा, भरा हुआ भरपेट, भरकम, भरपूर, भरसक, भरपाई.
15.चौ-चारचौराहा, चौमासा, चौपड़, चौमुखी, चौपाया, चौरंगी, चौमुखी, चौगुना, चौपहिया, चौपाई, चौबारा.
16.ति-तीनतिराहा, तिकोना, तिपाई, तिरंगा, तिगुना, तिपहिया, तिबारा, तिपाई.
17.दु-दोदुरंगा, दुलत्ती, दुभाषिया, दुधारू, दुनाली, दुगुना, दुपहिया, दुबारा.
18.पर-दूसरापरकारज, परसुख, परहित.
19.का-नीच, बुरा कायर, काजल.
20.चिर-देर तक चिरकाल, चिरायु, चिरपरिचित, चिरस्थायी.
21.न-अभावनकुल, नास्तिक.
22.बहु- बहुत बहुवचन, बहुमूल्य.
hindi के 22 उपसर्ग

संस्कृत के उपसर्ग, उनके अर्थ तथा उदाहरण

संस्कृत में 22 उपसर्ग माने गए हैं, हालांकि संस्कृत के उपसर्गों की संख्या 22 से अधिक है। संस्कृत के सर्वाधिक प्रचलित उपसर्ग, उनके अर्थ एवं उदाहरण निम्नलिखित हैं।

1. अति उपसर्ग

  • अति उपसर्ग का अर्थ – अधिक, परे, उस पार, ऊपर.
  • अति उपसर्ग के उदाहरण – अतिशय, अतीव, अतिकाल, अतिमानव, अत्याचार, अत्यन्त, अतिक्रमण, अतिवृष्टि, अतिरिक्त.

2. अधि उपसर्ग

  • अधि उपसर्ग का अर्थ ऊपर, अधिक, प्रधान, श्रेष्ठ.
  • अधि उपसर्ग के उदाहरण – अधिकरण, अधिकार, अधीन, अधिपाठक, अधिराज, अधिष्ठाता, अध्यात्म, अध्यक्ष, अध्यादेश, अधिपति, अधिगम, अधिनायक, अधिसूचना, अधिमास, अधीक्षण.

3. अनु उपसर्ग

  • अनु उपसर्ग का अर्थ पीछे, समान.
  • अनु उपसर्ग के उदाहरण – अनुरूप, अनुगामी, अनुशासन, अनुवाद, अनुमान, अनुक्रम, अनुकरण, अनुकूल, अनुदान, अनुताप, अनुच्छेद, अनुज, अनुबन्ध, अनुभव, अनुराग, अनुशंसा, अनुसार, अन्वय, अनुग्रह, अनुस्वार, अनुपात.

4. अप उपसर्ग

  • अप उपसर्ग का अर्थ बुरा, विपरीत, हीन, विरूद्ध, अभाव.
  • अप उपसर्ग के उदाहरण – अपकार, अपशकुन, अपमान, अपयश, अपकर्म, अपकीर्ति, अपराध, अपहरण, अपव्यय, अपकर्ष, अपशब्द, अपभ्रंश, अपसव्य.

5. अभि उपसर्ग

  • अभि उपसर्ग का अर्थ  सामने, पास, ओर.
  • अभि उपसर्ग के उदाहरण – अभिमुख, अभिभाषण, अभिवादन, अभ्यागत, अभिलाषा, अभिषेक, अभिभूत, अभिमान, अभिसार, अभिप्राय, अभ्युदय, अभियान, अभिनय, अभिज्ञान, अभिशंसा, अभिनव, अभीष्ट, अभिमुख, अभ्यास, अभिलाष.

6. अव उपसर्ग

  • अव उपसर्ग का अर्थ नीचा, बुरा, हीन, अभाव.
  • अव उपसर्ग के उदाहरण – अवनति, अवतीर्ण, अवगुण, अवतार, अवबोध, अवधारणा, अवलेह, अवसाद, अवगत, अवकाश, अवसर, अवलोकन, अवस्था, अवज्ञा, अवधान, अवगाह, अवनत, अवसान.

7. आ उपसर्ग

  • आ उपसर्ग का अर्थ तक, इधर, से, उल्टा, समेट.
  •  उपसर्ग के उदाहरण – आजन्म, आक्रमण, आयात, आगमन, आकार, आचार, आदान, आगार, आधार, आमोद, आहार, आभार, आलंबन, आशंका, आतंक, आचरण, आतप, आकांक्षा, आकर्षण, आकाश, आक्रमण, आरंभ.

8. उत्/उद्पसर्ग

  • उत्/उद् उपसर्ग का अर्थ ऊपर, उँचा, श्रेष्ठ.
  • उत्/उद् उपसर्ग के उदाहरण – उत्पन्न, उत्पत्ति, उन्नति, उद्घाटन, उच्छ्वास, उत्कृष्ट, उत्तम, उत्थान, उत्कर्ष, उत्कण्ठा, उल्लेख, उद्बोधन, उत्पन्न, उन्मत्त, उत्सर्ग, उज्जयिनी, उद्देश्य, उत्पल.

9. उपपसर्ग

  • उप उपसर्ग का अर्थ पास, सहायक, निकट, गौण, सदृश.
  • उप उपसर्ग के उदाहरण – उपसर्ग, उपमंत्री, उपनाम, उपस्थिति, उपसमिति, उपवास, उपयोग, उपदेश, उपनिवेश, उपबंध, उपमान, उपराम, उपवन, उपहार, उपचार, उपभेद, उपनेत्र, उपकृत, उपवचन, उपभेद, उपवेद.

10. दुर् पसर्ग

  • मूल उपसर्ग ‘दु:’ होता है संधि होने पर इसी के दुर्, दुस्, दूष्, दुश् इत्यादि उपसर्ग बनते हैं.
  • दुर् उपसर्ग का अर्थ कठिन, बुरा, विपरीत.
  • दुर् उपसर्ग के उदाहरण –  दुर्लभ, दुराचार, दुर्जन, दुर्गुण, दुर्गति, दुर्योधन, दुर्गंध, दुर्भावना.

10. नि पसर्ग

  • नि उपसर्ग का अर्थ बड़ा, विशेष.
  • नि उपसर्ग के उदाहरण – निगूढ़, निष्ठा, निरोध, निकर, निज, निबंध, निदेशक, नियंत्रण, नियुक्ति, निलंबन, निगम, निधन, निवास, निदान, निपात, नियुक्त, निपुण, नियोग, नियोजन.

12. निर् पसर्ग

  • मूल उपसर्ग ‘नि:’ होता है, संधि होने पर इसी के निर्, निस्, निश्, निष् इत्यादि उपसर्ग बनते हैं.
  • निर् उपसर्ग का अर्थ –  बाहर, बिना.
  • निर् उपसर्ग के उदाहरण – निरादर, निर्यात, निर्मम, निर्णय, निरपराध, निर्भीक, निर्वाह, निर्दोष, निराधार, निरंकुश, निरंतर, निरामिष, निराकार, निर्गुण, निरनुनासिक, निरस्त, निरतिशय, निराश्रय, निरीश्वर, निरुत्साह, निरुपाय, निर्बल, निरोग, निर्जल.

13. परा पसर्ग

  • परा उपसर्ग का अर्थ परे, विपरीत, पीछे, अधिक
  • परा उपसर्ग के उदाहरण – पराकाष्ठा, पराभव, पराजय, पराक्रम, परामर्श, परावर्तन, पराविद्या.

14. परि पसर्ग

  • परि उपसर्ग का अर्थ चारों ओर, पास
  • परि उपसर्ग के उदाहरण – परिक्रमा, परिवार, परिवर्तन, परिपूर्ण, परिकल्पना, परिमाण, परिश्रम, परिजन, परिधान, परितोष, परिचारिका, परिणय, परिमार्जन, परिसर, परिज्ञान, परिधि, पर्याप्त.

15. प्र पसर्ग

  • प्र उपसर्ग का अर्थ आगे, अधिक.
  • प्र उपसर्ग के उदाहरण – प्रबंध, प्रगति, प्रचुर, प्रसिद्ध, प्रपौत्र, प्रभाव, प्रचार, प्रणीत, प्रदान, प्रगाढ़, प्रमाद, प्रणयन, प्रगीत, प्रस्तुत, प्रमुख, प्रकोप, प्रबल.

16. प्रति पसर्ग

  • प्रति उपसर्ग का अर्थ विपरीत, प्रत्येक, ओर.
  • प्रति उपसर्ग के उदाहरण – प्रतिवादी, प्रतीक्षा, प्रतिध्वनि, प्रतिदिन, प्रतिरूप, प्रतिकूल, प्रतिहिंसा, प्रतिक्षण, प्रतिज्ञा, प्रतिघात, प्रतिवाद, प्रतिक्रिया, प्रतिकार, प्रतिनिधि, प्रतिस्पर्धा, प्रतिबन्ध, प्रत्येक.

17. वि पसर्ग

  • वि उपसर्ग का अर्थ विशेष, भिन्न, अभाव.
  • वि उपसर्ग के उदाहरण – विदेश, विज्ञानं, विख्यात, विपक्ष, विकार, विनाश, विजय, विघटन, वितान, विदीर्ण, विधान, विपाक, विहार, विभेद, विशेष, विक्रम, विनय, विलोचन, विप्लव, विस्मरण, वियोग.

18. सम्पसर्ग

  • सम् उपसर्ग का अर्थ अच्छी तरह, पूर्ण, साथ, शुद्ध.
  • सम् उपसर्ग के उदाहरण – सम्पूर्ण, संबंध, संतोष, सम्मान, संचार, सन्देश, संसार, संहार, संधान, संपर्क, संभव, सम्मुख, समाचार, संगम, संघटन, संचय, संगत, संजय, सम्मोह, संज्ञा, संवहन.

19. सु पसर्ग

  • सु उपसर्ग का अर्थ अच्छा, सरल, विशद.
  • सु उपसर्ग के उदाहरण – सुपुत्र, सुकर्म, सुमार्ग, सुअवसर, सुचरित्र, सुगंध, सुलभ, सुजन, सुमन, सुशील, सुगति, सुपरिचित, सुशिक्षित.

20. निस् पसर्ग

  • निस् उपसर्ग का अर्थ बाहर, निषेध, बिना.
  • निस् उपसर्ग के उदाहरण – निस्तेज, निरपराध, निराकार.

21. दुस्/दुष् पसर्ग

  • दुस् उपसर्ग का अर्थ बुरा, विपरीत, कठिन.
  • दुस् उपसर्ग के उदाहरण – दुष्कर्म, दुष्कर.

22. अन् पसर्ग

  • अन् उपसर्ग का अर्थ अभाव, रहित.
  • अन् उपसर्ग के उदाहरण – अनादि, अनन्त, अनेक.

संस्कृत के अन्य उपसर्ग, उनके अर्थ तथा उदाहरण

संस्कृत भाषा में कुछ शब्दांश ऐसे होते हैं, जो मूल रूप से उपसर्ग नहीं होते हैं लेकिन उपसर्गों की तरह व्यवहार करते हैं इन्हीं शब्दांशों को संस्कृत के अन्य उपसर्ग कहते हैं

क्र.उपसर्गउपसर्ग का अर्थउपसर्ग के उदाहरण
1.अ- (तत्सम)नहीं, अभावअज्ञान, अभाव, अमंद, अधर्म, अजात, अकाल, अकारण, अथाह, अबाध, अटल, अव्यय
2.अध:-नीचे अध:पतन, अधोगति, अधोमुख, अधोवस्त्र, अधोभाग
3.अन्त:-भीतर, मध्य अन्तःपुर, अन्तर्यामी, अन्तःकरण, अंतर्गत, अंतर्मन, अंतरात्मा
4.अमा- पास अमात्य, अमावस्या
5.तिरस्तुच्छ तिरस्कार, तिरोधान, तिरोहित
6.सत्सत्कार सत्संग, सदाचरण, सदुपदेश, सन्मार्ग, सन्मति, सज्जन
7.स्व अपना स्वदेश, स्वतंत्र, स्वार्थ, स्वार्थी, स्वाभिमान
8.पर दूसरा परदेश, परतंत्र, परार्थ, परहित, परोपकार
9.सह साथ सहचर, सहयोग, सहगान, सहयात्री, सहचर, सहोदर
10.प्राक्-पहले का प्राक्तन, प्राक्कथन, प्राक्कलन
11.पुनर्(पुनः)फिरपुनर्जन्म, पुनरावृति, पुनरागमन, पुनर्निर्माण, पुनर्वास, पुनर्भाव
12.पुरस्(पुर:)सामने, आगे पुरस्कार, पुरोहित, पुरस्सर, पुरोगामी
13.नमस् नमः नमस्कार, नमस्कर्ता, नमस्कृत
14.प्रातर पहले प्रातःकाल, प्रातःवंदनीय

विदेशी भाषाओं के उपसर्ग, उनके अर्थ तथा उदाहरण

क्र.उपसर्ग उपसर्ग का अर्थ उपसर्ग के उदाहरण
1.कम-न्यून, हीनबोधक कमज़ोर, कमबख़्त, कमसिन,कमउम्र.
2.ख़ुश-अच्छा ख़ुशक़िस्मत, ख़ुशबू, ख़ुशहाल, ख़ुशनुमा, ख़ुशदिल, खुशख़बरी.
3.गैर-रहित, भिन्नग़ैर-ज़रूरी, ग़ैर-हाज़िर, ग़ैर-सरकारी, ग़ैर-मुमकिन, ग़ैर-जवाबी.
4.फ़ी-प्रत्येकफ़ी आदमी, फ़ी मैदान.
5.बद-बुराबदनाम, बदचलन, बदतमीज़, बदबू, बदकार, बदज़ात, बदनसीब, बदहवास, बदसूरत, बदमाश, बदहज़मी.
6.बा- अनुसार, साथ में बाक़ायदा, बाइज़्ज़त, बादब, बमुलाइज़ा.
7.बिला-बिना बिलवाज़ह, बिलाशर्त, बिलाशक.
8.बे-अभाव, रहित बेचारा, बेईमान, बेहद, बेहिसाब, बेसमझ, बेजान, बेचैन, बेदर्द, बेइज़्ज़त, बेमानी, बेसिर, बेवक़्त, बेधड़क, बेरहम, बेवकूफ़.
9.ला-बिना लाइलाज, लाचार, लापता, लाजवाब, लावारिस, लापरवाह, लाज़िम.
10.दर-में दरहक़ीक़त, दरअसल, दरकार.
11.ना-बिना नालायक़, नापसन्द, नाकाम, नाचीज़, नामुमकीन, नादान, नाबालिग़.
12.सर-अच्छा सरकार, सरनाम, सरपंच, सरदार, सरताज, सरहद.
13.हर-प्रत्येक हरवक़्त, हररोज़, हरएक, हरदम, हरतरफ़, हरबार, हरकोई.
14.ब- सहित बखूबी, बतौर, बशर्त.
15.बेश- अत्यधिकबेश कीमती, बेश कीमत.
16.नेक-भला नेकराह, नेकनाम, नेकदिल, नेकइंसान, नेकनीयत.
17.ऐन- ठीक ऐनवक़्त, ऐनजगह.
18.हम- साथ हमराज़, हमदम, हमउम्र, हमराही, हमसफ़र.
19.अल- निश्चित अलगरज, अलविदा.
20.हैड-प्रमुख हैडमास्टर, हैड ऑफिस.
21.हाफ- आधा हाफकमीज, हाफ़पैंट.
22.सब- उप सब रजिस्ट्रार, सब कमेटी, सब डिवीज़न, सब इंस्पेक्टर.
23.को- सहित को-ऑपरेटिव, को-ओपरेशन.
24.वाइस उप वाइस प्रेसिडेंट, वाइस चांसलर, वाइस प्रिंसिपल.
25.टेली दूर टेलीफोन, टेलीविज़न, टेलिस्कोप.

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