सामान्य क्रिया की परिभाषा और उदाहरण

Samanya Kriya | सामान्य क्रिया

सामान्य क्रिया (Samanya Kriya) प्रयोग के आधार पर क्रिया का एक भेद है, जिसमें किसी एक कार्य का बोध करवाने के लिए एक ही क्रिया पद का प्रयोग किया जाता है।

यदि किसी वाक्य में एक ही क्रियापद प्रयुक्त हुआ हो तो उसे सामान्य क्रिया (Samanya Kriya) कहते हैं। सामान्य क्रिया (Samanya Kriya) द्वारा एक ही कार्य का बोध होता है। सामान्य क्रिया का अर्थ एक कार्य और एक क्रिया पद वाली क्रिया होता है।

आसान भाषा में कहें तो यदि किसी वाक्य में एक ही कार्य का होना पाया जाए और वाक्य में एक ही क्रियापद प्रयुक्त हुआ हो तो उस वाक्य में प्रयुक्त क्रिया सामान्य क्रिया होगी।

किसी वाक्य में सामान्य क्रिया होने के लिए अकर्मक क्रिया या सकर्मक क्रिया का होना या नहीं होना कोई आवश्यक शर्त नहीं है, अर्थात आसान किसी वाक्य में कर्म के प्रयुक्त होने या नहीं होने का सामान्य क्रिया से कोई संबंध नहीं होता है।

Samanya Kriya

सामान्य क्रिया के उदाहरण

  • राधा पुस्तक पढ़ती है।
  • महेश घर गया।
  • वह पुस्तक लिखेगा।
  • मैंने नाटक लिखा।
  • हमने दूध पिया।
  • घनश्याम जाता है।
  • ममता आई।
  • सीता कपड़े धोएगी।

उपरोक्त वाक्य के अनुसार सीता द्वारा कपड़े धोने का कार्य किया जाएगा। इस वाक्य में एक ही कार्य का होना पाया गया है और वाक्य में प्रयुक्त क्रिया पद भी एक ही है।

अतः उपरोक्त वाक्य सामान्य क्रिया (Samanya Kriya) का उदाहरण होगा।

  • गीता गाना गाएगी।

उपरोक्त वाक्य में गाना गाने के कार्य का होना पाया गया है। इस वाक्य में क्रियापद भी एक ही प्रयुक्त हुआ है। हम सभी जानते हैं कि जिस वाक्य में एक ही कार्य और एक ही क्रियापद हो उसे सामान्य क्रिया का उदाहरण कहते हैं।

अतः उपरोक्त वाक्य सामान्य क्रिया (Samanya Kriya) का उदाहरण होगा।

  • कविता खाना बनाती है।

उपरोक्त वाक्य के अनुसार कविता नामक महिला द्वारा खाना बनाने का कार्य किया गया है। वाक्य में आप देख सकते हैं कि एक ही कार्य होने का बोध हो रहा है। वाक्य में प्रयुक्त क्रिया पद भी एक ही है।

सामान्य क्रिया की परिभाषा से हम जानते हैं कि “यदि किसी वाक्य में एक ही कार्य का होना पाया जाए और वाक्य में एक ही क्रियापद प्रयुक्त हुआ हो तो उस वाक्य में प्रयुक्त क्रिया सामान्य क्रिया होगी”।

अतः उपरोक्त वाक्य सामान्य क्रिया (Samanya Kriya) का उदाहरण होगा।

  • विजय ताश खेल रहा है।

उपरोक्त वाक्य के अनुसार विजय नामक व्यक्ति द्वारा ताश खेलने का कार्य किया गया है। वाक्य में आप देख सकते हैं कि एक ही कार्य होने का बोध हो रहा है। वाक्य में प्रयुक्त क्रिया पद भी एक ही है।

सामान्य क्रिया की परिभाषा से हम जानते हैं कि “यदि किसी वाक्य में एक ही कार्य का होना पाया जाए और वाक्य में एक ही क्रियापद प्रयुक्त हुआ हो तो उस वाक्य में प्रयुक्त क्रिया सामान्य क्रिया होगी”।

अतः उपरोक्त वाक्य सामान्य क्रिया का उदाहरण होगा।

  • शंकर चारपाई बनाएगा।

उपरोक्त वाक्य के अनुसार शंकर नामक व्यक्ति द्वारा चारपाई बनाने का कार्य किया गया है। वाक्य में आप देख सकते हैं कि एक ही कार्य होने का बोध हो रहा है। वाक्य में प्रयुक्त क्रिया पद भी एक ही है।

सामान्य क्रिया की परिभाषा से हम जानते हैं कि “यदि किसी वाक्य में एक ही कार्य का होना पाया जाए और वाक्य में एक ही क्रियापद प्रयुक्त हुआ हो तो उस वाक्य में प्रयुक्त क्रिया सामान्य क्रिया होगी”।

अतः उपरोक्त वाक्य सामान्य क्रिया का उदाहरण होगा।

सामान्य क्रिया के वाक्य

  • कमलेश साईकिल चलाएगा।
  • राधा कल जयपुर जायेगी।
  • विक्रम सीटी बजाता है।
  • वान्या सुरीला गाना गाती है।
  • नवीन आज आएगा।
  • सौरभ शराब पीता है।
  • विवेक स्कूल गया।

सामान्य क्रिया और संयुक्त क्रिया में क्या अंतर है?

सामान्य क्रिया में किसी कार्य का बोध करवाने हेतु एक क्रिया पद प्रयुक्त होता है, जबकि संयुक्त क्रिया में किसी कार्य का बोध करवाने हेतु एक से अधिक क्रिया पद संयुक्त रूप से प्रयुक्त होते हैं।

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